हर अक्स के पीछे छिपा एक कोई राज़ है, यूँ ही न थे तनहा हम, ये तन्हाई भी कोई राज़ है। हर अक्स के पीछे छिपा एक कोई राज़ है, यूँ ही न थे तनहा हम, ये तन्हाई भी कोई राज...
रो पड़ी आज कलम भी दर्द लिखने में आँसुओं के सैलाब में सपने भी बह गये. रो पड़ी आज कलम भी दर्द लिखने में आँसुओं के सैलाब में सपने भी बह गये.
उठ न पाऊँ फिर गिर जाऊं मेरे होश-ओ-हवाश भुला दे उठ न पाऊँ फिर गिर जाऊं मेरे होश-ओ-हवाश भुला दे
मन की सोंधी मिट्टी पर जब इश्क़ की बूंदे गिरती हैं तो सतरंगी ख़यालों के बीज फूटते हैं, जिसको मैं "सुनो ... मन की सोंधी मिट्टी पर जब इश्क़ की बूंदे गिरती हैं तो सतरंगी ख़यालों के बीज फूटते ह...
तुम्हारी नोटबुक में चकित विस्मित दरीचों की ओट से पढ़ता तुम्हारा लिखा विस्फारित नेत्रों से ... तुम्हारी नोटबुक में चकित विस्मित दरीचों की ओट से पढ़ता तुम्हारा लिखा व...
यूँ ही नहीं बदलते मतलब कुछ बातों के लोग नया अफसाना बना लेते हैं l यूँ ही नहीं बदलते मतलब कुछ बातों के लोग नया अफसाना बना लेते हैं l